Sunday, April 12, 2020

To reduce weight

*मोटापा घटाने के लिए*


मोटापे को लेकर कई लोग परेशान रहतें हैं और इससे छुटकारा पाना चाहतेंहैं ! कुछ उपाय ढूंढकर उनको प्रयोग में लातें हैं लेकिन  कई बार ऐसा देखा गया हैकि हर उपाय हर आदमी के लिए फायदेमंद नहीं हो पाता है जिसके कारण उनको निराश होने कि आवश्यकता नहीं है और उनको दुसरा उपायअपनाना चाहिए !

1. मूली के रस में थोडा नमक और निम्बू का रस मिलाकर नियमित रूप से पीने से मोटापा कम हो जाता है और शरीर सुडौल हो जाता है !

2. गेहूं, चावल, बाजराऔर साबुत मूंगको समान मात्रा मेंलेकर सेक कर इसका दलिया बना लें !इस दलिये में अजवायन 20 ग्राम तथा सफ़ेदतिल 50 ग्राम भी मिला दें ! 50 ग्राम दलिये को 400मि.ली.पानी में पकाएं !स्वादानुसार सब्जियां और हल्का नमक मिला लें !नियमित रूप से एक महीनें तक इस दलिये के सेवन से मोटापा और मधुमेह में आश्चर्यजनक लाभ होता है !

3. अश्वगंधा के एकपत्ते को हाथ से मसलकर गोली बनाकर प्रतिदिन सुबह,दोपहर,शामको भोजन से एकघंटा पहले या खाली पेट जल के साथ निगल लें ! एक सप्ताह के नियमित सेवन के साथ फल, सब्जियों, दूध, छाछ और जूस पर रहते हुए कई किलो वजन कमकिया जा सकता
         
    *मोटापा घटाने के लिए कुछ उपाय*

रात को सोने से पहले त्रिफला का चूर्ण 15 ग्राम की मात्रा में हल्के गर्म पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इस पानी को छानकर शहद मिलाकर कुछ दिनों तक सेवन करें। इससे मोटापा जल्दी दूर होता है।

त्रिफला, त्रिकुटा, चित्रक, नागरमोथा और वायविंडग को मिलाकर काढ़ा में गुगुल को डालकर सेवन करें।

त्रिफले का चूर्ण शहद के साथ 10 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार (सुबह और शाम) पीने से लाभ होता है।

2 चम्मच त्रिफला को 1 गिलास पानी में उबालकर इच्छानुसार मिश्री मिलाकर सेवन करने से मोटापा दूर होता है।

त्रिफला का चूर्ण और गिलोय का चूर्ण 1-1 ग्राम की मात्रा में शहद के साथ चाटने से पेट का बढ़ना कम होता है।

"मूली का चूर्ण 3 से 6 ग्राम शहद मिले पानी में मिलाकर सुबह-शाम पीने से मोटापे की बीमारी से छुटकारा मिलता है।

मूली के 100-150 ग्राम रस में नींबू का रस मिलाकर दिन में 2 से 3 बार पीने से मोटापा कम होता है 

Sunday, January 12, 2020

How to control epilepsy/ mirgi naturally

*प्राकृतिक तरीके से पाएं मिर्गी पर काबू*

*बहुपयोगी है तुलसी*
तुलसी के पत्तों को पीसकर शरीर पर मलने से मिर्गी के रोगी को लाभ होता है। तुलसी की पत्तियों के साथ कपूर सुंघाने से मिर्गी के रोगी को होश आ जाता है। रोजाना तुलसी के 20 पत्ते चबाकर खाने से रोग की गंभीरता में गिरावट देखी जाती है।

*असरकारी नीबू,*
मिर्गी की बीमारी से राहत पाने के लिए एक नीबू पर थोड़ा-सा हींग का पाउडर छिड़ककर इसे चूसें। नीबू में हींग पाउडर या गोरखमुंडी मिलाकर रोजाना चूसने से कुछ ही दिनों में मिर्गी के दौरे आने बंद हो जाएंगे। 

*👉इन उपायों को भी आजमाएं*
1.  अंगूर का रस प्रात:काल खाली पेट लेना चाहिए। यह उपचार करीब छह माह करने से सुखद परिणाम मिलते हैं।

2. एप्सम साल्ट (मैग्नीशियम सल्फेट) मिश्रित पानी से रोगी को स्नान करना चाहिए।

3. गीली मिट्टी को रोगी के पूरे शरीर पर लगाना अत्यंत लाभकारी उपचार है।

4. मिर्गी रोगी को 250 ग्राम बकरी के दूध में 50 ग्राम मेहंदी के पत्तों का रस मिलाकर दो सप्ताह तक सुबह के समय पीने से दौरे बंद हो जाते हैं।

5. पेठे का जूस नियमित पीने से ज्यादा लाभ होता है। रस में शक्कर और मुलहटी का पाउडर भी मिलाया जा सकता है।

6. गाय के दूध से बनाया हुआ मक्खन मिर्गी में फायदा पहुंचाता है।

7. राई पीसकर चूर्ण बना लें। जब रोगी को दौरा पड़े, तो सुंघा दें, बेहोशी दूर हो जाएगी।

8. सेब का जूस पीने से भी लाभ होता है।